भारतीय शिक्षा समिति की ओर से शुक्रवार को बलिका उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर मानटाउन में निजी शिक्षण संस्थान संचालकों की बैठक आयोजित की गई। मीडिया प्रभारी मुकेश आर्य ने बताया कि बैठक में मुख्य वक्ता विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवप्रसाद थे। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा बताया कि शिक्षा सदैव स्वायत्त रही है, चाहे वह तक्षशिला हो या विक्रमाशिला व गुरुकुल। उन्होंने बताया कि 1952 से गठित विद्या भारती का लक्ष्य राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है। सभी निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों को भी चाहिए कि विद्या भारती के राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को अपने संस्थानों में विकसित करें, जिससे विद्या भारती का लक्ष्य पूर्ण हो सकें। सभी शिक्षण संस्थान शिक्षा में राष्ट्र निर्माण की भूमिका को अपनाएं। इस दौरान बैठक में उपस्थित संस्था संचालकों ने भी अपने-अपने विचार रखे। बैठक की अध्यक्षता कर रहे आचार्य लोकेंद्र शर्मा ने विद्या भारती के लक्ष्य को निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों द्वारा अपनाने का विश्वास दिलाते हुए संकल्प लिया। विशिष्ट अतिथि गोकुल चंद गोयल ने कहा कि बालकों में संस्कारों का रोपण परिवार तथा विद्यालय में किया जाता है। इस अवसर पर बैठक में विद्या भारती के प्रांत मंत्री सुरेश वधवा ने भी विचार व्यक्त किए। बैठक में जिला सहसचिव महावीर सिंह आर्य, संकुल प्रमुख गिर्राज प्रसाद शर्मा सहित निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक मौजूद थे।
राष्ट्र निर्माण की भावना अपनाएं शिक्षण संस्थान